Friday, January 6, 2017

डिजिटल जागृति

डिजिटल जागृति गवर्नमेंट द्वारा हाल ही में जब से 1000 और 500 के नोट बंद की गई उसके बाद पैसे की हुई दिक्कत को कम करने के लिए और लोगों के बीच में केस लेस माध्यम को बढ़ावा देने के लिए डिजिटल जागृति नामक वेबसाइट और डिजिटल जागृति नामक एक मुहिम छेड़ी गई जिसके अंतर्गत भारत के प्रत्येक नागरिक को कैशलेस माध्यम से लेनदेन करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है और इससे पहले भी भारत सरकार ने डिजिटल क्षेत्र में काफी कार्य कर रखा है जैसा कि जब से हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी मैं भारत का कार्यभार एक कुशल प्रधानमंत्री के रूप में संभाला है तबसे इन्होंने अधिकतर सेवाएं और सुविधाओं को ऑनलाइन माध्यम दे दिया है जैसा कि हम देख रहे हैं कि आजकल सभी ऑनलाइन फॉर्म भरे जा रहे हैं किसी भी प्रकार की भर्ती है उसका फॉर्म ऑनलाइन ही भरा जा रहा है या यदि हम बात करें सरकारी काम की तो आजकल अधिक तक काम सरकार के भी ऑनलाइन हो रहे हैं जैसा कि गांव गांव में डिजिटल जागृति फैलाने के लिए जनसेवा केंद्र खोले गए और इन्हें इस सुविधा से लैस किया गया कि कोई भी व्यक्ति यहां पर जाकर अपना आय प्रमाण पत्र जाति प्रमाण पत्र निवास प्रमाण पत्र जन्म प्रमाण पत्र मृत्यु प्रमाण पत्र इत्यादि और भी कई कार्य कर सकता है बहुत ही आसानी से बिना ब्लॉक किया सरकारी दफ्तर में गाय यह सुविधाएं इतनी आसानी से इसलिए मुहैया हो पाई क्योंकि हमारी सरकार ने इस तरफ भी ध्यान दिया और इन चीजों को सरल और आसान बनाने के लिए ऑनलाइन माध्यम का प्रयोग किया इसलिए आज कोई भी व्यक्ति बहुत ही आसानी से अपने घर के बगल उपस्थित जनसेवा केंद्र में जाकर अपने ऐसे छोटे-मोटे काम करवा सकता है जिसके लिए उसे किसी भी सरकारी दफ्तर में जाने की आवश्यकता नहीं है और काफी पहले से ही टैक्स जमा करना बिजली बिल जमा करना फोन बिल जमा करना इत्यादि को ऑनलाइन किया जा चुका है और आने वाले समय में लगभग यदि हमारे देश के सभी व्यक्तियों का सहयोग और समर्थन रहा तो भारत भी उन देशों में शामिल हो जाएगा जो कैशलेस लेनदेन बहुत अच्छे से कर रहे हैं और चॉकलेट लेन-देन के माध्यम से सरकार को हो रहे फायदे का भी लाभ दे रहे हैं जिससे की हो रही नशाखोरी घूसखोरी भी कम हो रही है कि यदि हमारे देश के नागरिक समर्थन करते हैं तो यह देश भी किस देश की श्रेणी में शामिल हो जाएगा और घूसखोरी और भ्रष्टाचार जैसे बहुत बड़ी बीमारियों से अपने आप को बचा सकता है तो डिजिटल जागृति इसी का एक उपक्रम है जिसको सरकार ने चलाया है भारत के नागरिकों को और जागरूकता सहज करने के लिए क्योंकि हमें यह भी नहीं भूलना चाहिए कि भारत देश की 60% से भी अधिक जनसंख्या गांवों में वास करती हैं और यह वह व्यक्ति हैं जो दिन रात मेहनत करके खेतों में काम करके अनाज को खाते हैं और शहरों तक पहुंचाते हैं जिससे कि शहर का व्यक्ति अपने आप को सहज और आसान महसूस कर पाता है इसलिए हम ऐसे देश में हैं जहां पर कि 60℅ से अधिक जनसंख्या गांव में वास करती है तो भारत सरकार की यह भी बहुत बड़ी लड़ाई का हिस्सा है कि एक बहुत बड़ी आबादी यह बहुत बड़ी समूह को जो कि शिक्षा के क्षेत्र से या नई तकनीकी क्षेत्र से अधिक नहीं जुड़ा हुआ है ऐसे व्यक्तियों को कैसे इस माध्यम के बारे में समझाना क्योंकि जो व्यक्ति केवल छोटी मोबाइलों का प्रयोग कर रहा है या जो केवल अपने नाम मात्र के कामों को करने के लिए मोबाइल जैसी टेक्नोलॉजी का सहारा ले रहा है उसे केस लेस माध्यम के बारे में सहज और सरल माध्यम से समझा पाना एक बार में बहुत ही मुश्किल है तो यह भी एक बहुत बड़ी परेशानी है भारत सरकार के लिए की एक ऐसे जनसमूह को समझाना जो कि अभी इस चीज के लिए उस तरीके से तैयार नहीं है जैसा कि गवर्नमेंट करने की कोशिश कर रही है जो शहरों में रह रहे हैं वह तो कैशलेस माध्यम का प्रयोग बहुत पहले से कर रहे हैं किंतु यहां हम बात कर रहे हैं ग्रामीण क्षेत्र के व्यक्तियों की जिनके पास इतना समय नहीं रहता है कि वह बैठ कर मोबाइल पर या लैपटॉप पर अपना समय व्यर्थ कर सके उनको अपने खेत काम गाय-भैंसों से ही छुट्टी नहीं मिलती है इसलिए ऐसे लोगों को कैसे उसके बारे में समझा पाना एक बार में बहुत ही जटिल और मुश्किल काम है मैं यह नहीं कहता हूं कि हमें कुछ नहीं करना चाहिए करना चाहिए लेकिन हमें यह भी सोचना चाहिए कि ऐसे व्यक्ति जो कि पहले कभी इस चीज से नहीं जुड़े रहें हैं उन्हें एक बार में समझा पाना मुश्किल है इसलिए ऐसे व्यक्तियों को समझाने के लिए हमें निरंतर प्रयास करते रहना पड़ेगा और हम जो भी व्यक्ति कैशलेस माध्यमों या नई तकनीकों के बारे में जानकारी रखते हैं हमारा यह फर्ज बनता है कि हम ऐसे व्यक्तियों को जिनको इनकी जानकारी नहीं है उन्हें इसके बारे में बताएं एक बार नहीं कई बार बताएं तब तक बताएं जब तक वह व्यक्ति अपने आप को इन माध्यमों में सहेजना महसूस करने लगे तभी हमारा देश आगे बढ़ेगा और तभी हम भी आगे बढ़ेंगे क्योंकि हम यह नहीं भूल सकते हैं कि हमारे देश की जो सबसे अधिक आबादी गांव में रहती है वही पूरे देश को पालती है लालन-पोषण देती है और अनाज और सभी चीजों से सुसज्जित करती है इसलिए हमारे देश को गांव का देश भी कहा जाता है तो इसलिए यह हमारा फर्ज बनता है कि जो प्रिय सरकार अपने तरफ से कर रही है उसमें हम भी अपना सहयोग दें और हम भी कोशिश करें कि हम अपने आस पड़ोस में जितने अधिक से अधिक लोगों को इन सभी माध्यमों के बारे में बता सकते हैं पता नहीं की कोशिश करें यही प्रयास डिजिटल जागृति वेबसाइट का भी है अगर आपको ज्यादा जानकारी चाहिए इस वेबसाइट के बारे में तो आप www डॉट डिजिटल जागृति डॉट कॉम पर जाकर देख सकते हैं